सबरंग क्षितिज :विधा संगम अब एक प्रकाशित पुस्तक के रूप में ISBN 978-93-88471-75-6 के साथ उपलब्ध है. 14 जनवरी 2018 को अयन प्रकाशन, नई दिल्ली के विश्व पुस्तक मेला में आयोजित एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिला. कार्यक्रम की भव्यता और लब्ध-प्रतिष्ठित साहित्यकारों के बीच ख़ुद को पाकर साहित्य की गरिमा और साहित्यकार के स्वधर्म पर चिंतन किया और अयन प्रकाशन के मालिक स्वर्गीय भूपाल सूद साहब से मुलाक़ातों का सिलसिला शुरू हुआ तब 10 ब्लॉगर साथियों की साझा पुस्तक का विचार आकार लेना आरम्भ हुआ. मेरे अनुरोध पर जिन ब्लॉगर साथियों ने आगे बढ़ने का सहर्ष मन बनाया वे आज इस पुस्तक की शोभा बने हैं-
1. विश्वमोहन जी- वरिष्ठ संपादक
2. रवीन्द्र सिंह यादव - सूत्रधार
3. पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा जी - संपादक / पद्य खंड
4. पम्मी सिंह 'तृप्ति' जी - अध्यक्षा / सलाहकार मंडल
5. सुधा सिंह 'व्याघ्र' जी-संपादक / गद्य खंड
6. श्वेता सिन्हा जी- संपादक / पद्य खंड 7.अपर्णा बाजपेयी जी- संपादक /गद्य खंड
8. नीतू रजनीश ठाकुर जी- प्रवक्ता / सलाहकार मंडल सदस्या
9. ध्रुव सिंह 'एकलव्य' जी- संपादक /गद्य खंड / प्रचार-प्रसार प्रभारी
10. अनीता लागुरी 'अनु' जी- सलाहकार मंडल सदस्या
सभी सहभागी रचनाकारों एवं पदाधिकारियों को ढेरों बधाइयाँ एवं उज्ज्वल भविष्य की अशेष मंगलकामनाएँ. .....
शेष चर्चा अगली पोस्ट में. क्रमशः...
रवीन्द्र सिंह यादव - सूत्रधार
विविध रंगों में रंगी यह पुस्तक 'सबरंग क्षितिज विधा संगम' साहित्य की दुनिया में एक महत्वपूर्ण योगदान देने हेतु तत्पर है।आदरणीय दस साहित्यकारों के अथक प्रयासों का सुंदर परिणाम बनी इस पुस्तक को मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ।
सादर नमन।.....
आँचल पांडे (लेखिका)
यह मात्र एक पुस्तक नही है, बल्कि कहानी और काव्य का संगम है। यही नही इसमें सभी सहभागी लेखकों की मेहनत साफ झलकती है। एक बार सभी को जरूर पढ़ना चाहिए।
............... राजेंद्र सिंह बिष्ट(प्राची डिजिटल पब्लिकेशन )
"सबरंग क्षितिज" पुस्तक का राँची में विमोचन की तस्वीर (आदरणीय पुरुषोत्तम सिन्हा जी )
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