मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

अबकी केवल खुशियाँ लाना

Abki kewal khushiyan lana

अबकी केवल खुशियाँ लाना.....

नया वर्ष तेरे आगत में,
खड़े हैं हम तेरे स्वागत में,
शोक, निराशा, दुख की बदरी,
असफलता ,रोगों की गठरी,
खोद के माटी तले दबाना।
अबकी केवल खुशियाँ लाना।।

नया हर्ष ,उत्कर्ष नया हो।
नए भोर का स्पर्श नया हो।
मुरझाईं कलियाँ न हों।
अंधियारी गलियाँ न हों।
निविड़ तमस का शोर मिटाना।
अबकी केवल खुशियाँ लाना।

छुआछूत का भेद मिटे।
भाईचारा प्रेम बढ़े।।
मार -काट ,दंगे नहीं होवें।
कोई भूखे पेट न सोवे।।
मन में तुम सौहार्द्र जगाना।
अबकी केवल खुशियाँ लाना।।


शिखर प्रतिष्ठा शान मिले।
सबको उचित सम्मान मिले।।
पग -डग सबके हो आसान।
मन में तनिक न हो अभिमान।।
माया मोह और दम्भ मिटाना।
अबकी केवल खुशियाँ लाना।।

मेरे परम सनेही  साथियों व सभी भाई बंधुओं को
नव वर्ष 2020 की हार्दिक शुभकामनाएँ।

5 टिप्‍पणियां:

  1. सुंदर सकारात्मक सृजन दी।
    नववर्ष की हार्दिक शुभेच्छाएँ और बधाई दी।

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत उम्दा
    नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 💐

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. धन्यवाद नदीश जी।आपको भी ढेरों शुभकामनाएं

      हटाएं

पाठक की टिप्पणियाँ किसी भी रचनाकार के लिए पोषक तत्व के समान होती हैं ।अतः आपसे अनुरोध है कि अपनी बहुमूल्य टिप्पणियों द्वारा मेरा मार्गदर्शन करें।☝️👇