Jhumka |
7: अंजन
श्याम वर्ण मुझे खूब लुभाता।आँखों में मेरी बस जाता।।
हम दोनों का प्यारा बंधन।
क्या सखि साजन?
ना सखि अंजन....
8: गाँव
मुझको अपने पास बुलाता।ना जाऊँ तो जी अकुलाता।।
देता मुझे वो सुख की छाँव।
क्या सखि साजन?
नहीं सखि गाँव...
9: समंदर
अस्थिर कभी, कभी ठहरा है।उसका हृदय बड़ा गहरा है।।
नमक खूब है उसके अंदर।
क्या सखि साजन?
नहीं समंदर...
10:अखबार
बात ज्ञान की वह बतलाता।खबरें रोज नई वह लाता।।
सबकी पोल खोलता यार।
क्या सखि साजन?
नहीं अखबार...
11: मोबाइल
बिन उसके मैं चैन न पाऊँ।नहीं मिले तो मैं घबराऊँ।।
देखूँ उसे तो आए स्माइल।
क्या सखि साजन?
नहीं मोबाइल...
12:झुमका
गालों को वह जब तब चूमे।झूमूँ मैं तो वह भी झूमे।।
चाहूँ जैसे लगाए ठुमका।
क्या सखि साजन?
ना सखि झुमका..