Abki kewal khushiyan lana |
अबकी केवल खुशियाँ लाना.....
नया वर्ष तेरे आगत में,
खड़े हैं हम तेरे स्वागत में,
शोक, निराशा, दुख की बदरी,
असफलता ,रोगों की गठरी,
खोद के माटी तले दबाना।
अबकी केवल खुशियाँ लाना।।
नया हर्ष ,उत्कर्ष नया हो।
नए भोर का स्पर्श नया हो।
मुरझाईं कलियाँ न हों।
अंधियारी गलियाँ न हों।
निविड़ तमस का शोर मिटाना।
अबकी केवल खुशियाँ लाना।
छुआछूत का भेद मिटे।
भाईचारा प्रेम बढ़े।।
मार -काट ,दंगे नहीं होवें।
कोई भूखे पेट न सोवे।।
मन में तुम सौहार्द्र जगाना।
अबकी केवल खुशियाँ लाना।।
शिखर प्रतिष्ठा शान मिले।
सबको उचित सम्मान मिले।।
पग -डग सबके हो आसान।
मन में तनिक न हो अभिमान।।
माया मोह और दम्भ मिटाना।
अबकी केवल खुशियाँ लाना।।
मेरे परम सनेही साथियों व सभी भाई बंधुओं को
नव वर्ष 2020 की हार्दिक शुभकामनाएँ।
सुंदर सकारात्मक सृजन दी।
जवाब देंहटाएंनववर्ष की हार्दिक शुभेच्छाएँ और बधाई दी।
आभार प्रिय श्वेता
हटाएंशुक्रिया श्वेता🍔🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 💐
धन्यवाद नदीश जी।आपको भी ढेरों शुभकामनाएं
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