मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
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Pankhudiya
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मेरी प्रकाशित साझा पुस्तकें
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मंगलवार, 7 मई 2019
कातर स्वर
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कातर स्वर करे धरणि पुकार । स्वार्थ वश मनुष्य अपनी जड़ें रहा काट।। संभालो, बचा लो मैं मर रही हूँ आज। भविष्य के प्रति हुआ निश्च...
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रविवार, 5 मई 2019
वाह रे चापलूसी........
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वाह रे चापलूसी, तुझमें भी बात है। तू जिसके पास होती,वह बन्दा बड़ा खास है।। दुम हीनों को दुम दे, तू श्वान बनाती है। जीभ लपलपाना , तू...
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ओ मेरी प्यारी मइया
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ओ मेरी प्यारी मइया तुम धूप में हो छइयांँ तुम ही मेरी खुशी हो तुम जिन्दगी मेरी हो गर्मी से तुम बचाती सर्दी...
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शुक्रवार, 3 मई 2019
सुनो बटोही
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सुनो बटोही, तुम मुसाफिर हो, तुम्हें चलते ही जाना है। बहु बाधा, बहु विघ्नों से, तुम्हें निर्भय टकराना है। ये जीवन, हर पल खुशियों और...
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बुधवार, 1 मई 2019
मजदूर दिवस...
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लो आ गया एक और दिवस तथाकथित विश्व मजदूर दिवस। होंगे बड़े बड़े भाषण, बड़ी बड़ी बातें, मजदूर दिवस के नाम पर पीठासीनों पदाधिकारियों को...
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