मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
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Pankhudiya
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मेरी प्रकाशित साझा पुस्तकें
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सोमवार, 27 मई 2019
कनकपुष्प
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कनकपुष्प.. जेठ की कड़कती दुपहरी में जब तपिश और गर्मी से सब लगते हैं कुम्हलाने । नर नारी पशु पाखी सबके बदन लगते हैं चुनचुनाने । जब ...
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शनिवार, 25 मई 2019
संसृति की मादकता
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चुपके से यामिनी ने लहराया था दामन. सागर की लहरों पर सवार होकर तरुवर के पर्णों के मध्य से, हौले हौले अपनी राह बनाता चाँ...
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रविवार, 19 मई 2019
इत्र सा महकता नाम तेरा
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इत्र सा महकता नाम तेरा, सुरभित समीर कर जाता है कितनी है कशिश मोहब्बत में, मन बेखुद सा हो जाता है दिल में एक टीस सी जगती है जब...
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शुक्रवार, 17 मई 2019
लक्ष्य साधो..
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लक्ष्य साधो हे पथिक, हौसला टूटे नहीं। कठिन है डगर मगर, मंजिल कोई छूटे नहीं।। गिरोगे सौ बार पर, स्मरण तुम रखना यही। यत्न बिन ...
12 टिप्पणियां:
शनिवार, 11 मई 2019
गलतफहमी
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कभी अपनी फिक्र नहीं होती उन्हें दूसरों की चिंता में अपने सुनहरे जीवन की कुर्बानी देने से भी कभी घबराते नहीं वे. परायों को भी अपना ...
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