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बुधवार, 1 अप्रैल 2020

प्रभु राम :कुंडलियाँ

 कुंडलियाँ :30

सुख की गागर वे भरे,भरें वही भंडार।
राम नाम जपते रहो, राम करें उद्धार।।
राम करें उद्धार, जानकी वल्लभ मेरे।
दशरथ सुत सुख धाम,मिटाएँ कष्ट घनेरे।।
कहे सुधा जप नाम,छाए न बदरी दुख की
कर दें बेड़ा पार, पयोधि राम हैं सुख की। 

7 टिप्‍पणियां:

  1. नमस्ते,

    आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 02 अप्रैल 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  2. वाह!!!
    रामनवमी की अनन्त शुभकामनाएं।

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  3. बहुत सुन्दर और सामयिक प्रस्तुति।
    श्री राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं

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