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शुक्रवार, 3 अप्रैल 2020

तुझे माना खुदा अपना

गीत 
 मापनी 14, 15


तुझे माना खुदा अपना 
तू ही मेरा सितारा है 
बिना तेरे नहीं जीना  
मेरे दिल ने पुकारा है 

1:
तुझे चाहा तुझे पूजा 
तेरी ख्वाहिश सदा की है 
तेरे ही वास्ते मैंने 
सदा रुसवाईयां ली हैं
फँसी है नाव तूफ़ाँ में 
तू ही मेरा किनारा है 

2:
नहीं तुझसे जुदा होना 
मेरे दिल ने यही ठाना 
कभी मत छोड़ कर जाना 
मैंने सबकुछ तुझे माना 
मिरी खातिर ज़मीं पर ही 
खुदा ने तुझे उतारा है 

3:
अब तलक तो हम अकेली 
राहों में ही भटकते थे 
आँसुओं की बारिशों में 
सदा ही भीगा करते थे 
कि इस जालिम जमाने से 
इश्क़ हरदम ही हारा है 













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