मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
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Pankhudiya
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मेरी प्रकाशित साझा पुस्तकें
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रविवार, 18 सितंबर 2022
कहते थे पापा
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कहते थे पापा, " बेटी! तुम सबसे अलग हो! सब्र जितना है तुममें किसी और में कहाँ! तुम सीता - सा सब्र रखती हो!! " बोल ये पिता के थे...
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गुरुवार, 6 जनवरी 2022
दीप मन का सदा जगमगाता रहे– गीत
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दीप मन का सदा जगमगाता रहे डर करोना का दिल से भी जाता रहे रौशनी की जगह ,वो तिमिर दे गया मन की आशाएँ ,इच्छाएं वो ले गया अब हुआ है सबेरा, जगो...
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मंगलवार, 22 जून 2021
संकट मोचक हे हनुमान (भजन)
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संकट मोचक हे हनुमान, चहुँदिस पसरा है अज्ञान। कोरोना की मार पड़ी है उलझन में बिखरा इंसान।। आई विपदा हमें संभालो इस संकट से प्रभु बचा लो। ...
सोमवार, 14 जून 2021
कर्ज़
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मन हरण घनाक्षरी विषय :कर्ज़(11/10/2020) रूखा सूखा खाइए जी ठंडा पानी पीजिए जी दूजे से उधार किन्तु लेने नहीं जाइए रातों को न नींद आ...
रविवार, 6 जून 2021
गरीब, गरीबी और उनका धाम
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एक चौराहा, उसके जैसे कई चौराहे, सड़क के दोनों किनारों के फुटपाथों पर बनी नीली- पीली, हरी -काली पन्नियों वाली झुग्गियाँ, पोटली में लिपटे...
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