मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
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Pankhudiya
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मेरी प्रकाशित साझा पुस्तकें
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रविवार, 13 सितंबर 2020
शिव जी की स्तुति ( भजन)
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शंकर भज लो जी, हाँ जी शंकर भज लो जी पूजन कर लो जी हाँ जी, शंकर भज लो जी शिवजी ही आराध्य हमारे हम जीते हैं उनके सहारे पिनाक धारी, डमरू...
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गुरुवार, 10 सितंबर 2020
गणपति स्तुति :दोहे
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1: यही मनोरथ देव है, रखिए हम पर हाथ। सुखकर्ता सुख दीजिए , तुम्हें नवाऊँ माथ।। 2: प्रथम पूज्य गणराज जी, पूर्ण कीजिए काज। सकल मनोरथ सुफल ह...
3 टिप्पणियां:
शुक्रवार, 4 सितंबर 2020
कह दो न मुझे अच्छी
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कह दो न मुझे अच्छी, यदि लगे कि अच्छी हूँ मैं तुम्हारे मुँह से, अपने बारे में, कुछ अच्छा सुन शायद थोड़ी और अच्छी हो जाऊँगी मैं, अपने ...
14 टिप्पणियां:
सोमवार, 24 अगस्त 2020
श्री गणेश स्तुति
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हे गणपति, हे गणराया। समझ न पाए, कोई तेरी माया ।1। शिव पार्वती के, तुम हो दुलारे । शीश पे सोहे, मुकुट तुम्हारे।2। प्रथम देव तुम, पूजे जा...
11 टिप्पणियां:
रविवार, 19 जुलाई 2020
कैसे भी हों हालात मगर...
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कैसे भी हों हालात मगर , सफर अपना जारी रखो। डगर में मुश्किलें आएंगी कई उनसे लड़ने की तैयारी रखो।1। बढ़ते कदमों को रोकने वाले, राह ...
5 टिप्पणियां:
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