मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
IBlogger interview
(यहां ले जाएं ...)
Home
सबरंग क्षितिज :विधा संगम
Pankhudiya
IBlogger interview
मेरी प्रकाशित साझा पुस्तकें
▼
शुक्रवार, 29 मई 2020
शिव शंकर ,हे औघड़दानी (भजन)
›
भजन (16,14) शिव शंकर ,हे औघड़दानी बेड़ा पार करो मेरा। भव अम्बुधि से, पार है जाना, अब उद्धार करो मेरा।। काम, क्रोध, व ...
4 टिप्पणियां:
गुरुवार, 28 मई 2020
कोरोना-
›
माहिया छंद:(टप्पे 12,10,12) कोरोना आया है साथी सुन मेरे अंतस घबराया है घबराना मत साथी आँधी आने पर कब डरती है बाती ...
2 टिप्पणियां:
बुधवार, 27 मई 2020
बीत गई पतझड़ की घड़ियाँ
›
नवगीत(16,14) बीत गई पतझड़ की घड़ियाँ बहार ऋतु में आएगी पेड़ों की मुरझाई शाखें अब खिल खिल मुस्काएँगी नवकिसलय अ...
23 टिप्पणियां:
प्रलयकाल
›
वो निकला है अपने , मिशन पर किसी। मारे जाते हैं मासूम, संत और ऋषि।। क्रोध की अग्नि में , भस्म सबको करेगा। गेहूँ के साथ चा...
15 टिप्पणियां:
मंगलवार, 26 मई 2020
नौतपा:कुंडलियाँ
›
विधा:कुंडली/दोहा आता है जब नौतपा ,बचकर रहना यार । तपे अधिक तब यह धरा, सुलगे है संसार।। सुलगे है संसार, रोहिणी में रवि आत...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें