मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
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Pankhudiya
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मेरी प्रकाशित साझा पुस्तकें
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शनिवार, 24 अक्तूबर 2015
उस घडी का इंतजार मुझे अब भी है। (एक प्रतीकात्मक कविता)
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उस घडी का इंतजार मुझे अब भी है। चाहत तो ऊँची उड़ान भरने की थी। पर पंखों में जान ही कहाँ थी! उस कुकुर ने मेरे कोमल डैने जो तोड़ दिए थे।...
शनिवार, 19 सितंबर 2015
सेल्फ़ी के साइड इफ़ेक्ट
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आया है जमाना सेल्फी का , और लोग स्वयं में मस्त है। ऐसा क्रेज कभी न देखा, ये क्रेज बड़ा जबरदस्त है। बच्चे का जब जनम हुआ , तब डॉक्टर...
शुक्रवार, 18 सितंबर 2015
मेघा रे।।
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कृषकों के दृग हैं अम्बर पर, आ जाओ अब मेघा रे। तपन करो अब दूर धरा की, ऐसे बरसो मेघा रे। दूर देश की छोड़ यात्रा, दे दो दर्शन अपना ...
रविवार, 6 सितंबर 2015
गुरु की महिमा
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गुरु की महिमा का कोई, कैसे करे बखान। गुरु केवल शब्द नहीं ,वह है गुणों की खान। शिष्य के मन को उज्वल करता ,सूर्य समान गुरु का ज्ञान। बिना ग...
गुरुवार, 3 सितंबर 2015
आरक्षण
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आरक्षण की आग लगी है , देश में ऐसा मचा बवाल । सोना की चिड़िया था जो, चलता अब कछुए की चाल। अम्बेडकर, गांधी ,नेहरू, सबने चली सियासी च...
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