मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
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रविवार, 5 मई 2019
वाह रे चापलूसी........
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वाह रे चापलूसी, तुझमें भी बात है। तू जिसके पास होती,वह बन्दा बड़ा खास है।। दुम हीनों को दुम दे, तू श्वान बनाती है। जीभ लपलपाना , तू...
4 टिप्पणियां:
गुरुवार, 21 सितंबर 2017
कहानी है मेरी पड़ोसन की
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कहानी है मेरे पड़ोसन की - एक दिन वह मेरे पास आई उसकी आंखें थी डबडबाई उसे चिंतित देख जब रह न पाई मैंने उससे पूछ ही डाला - ...
शनिवार, 15 अगस्त 2015
हक़ीकत (व्यंग्य )
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समाज की कड़वी हकीकत का एक पहलू जहाँ लड़कियों को कोख में ही मार दिया जाता है वहीँ कुछ घरो में बेटी को पालना मजबूरी बन जाती है। बेटे को घर का च...
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