मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
IBlogger interview
(यहां ले जाएं ...)
Home
सबरंग क्षितिज :विधा संगम
Pankhudiya
IBlogger interview
मेरी प्रकाशित साझा पुस्तकें
▼
छल
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
छल
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
मंगलवार, 5 जुलाई 2016
रैट रेस
›
कलयुग अपनी चाल चल रहा , ठप्प पड़ा अनुशासन। मासूमो का चीरहरण,करता रहता दु:शासन। सच्चाई कलयुग में दासी, झूठ कर रहा शासन। गंधारी...
शनिवार, 28 मई 2016
मन की बात
›
इतना जान लें बस हमें कि हम कोई खिलौना नहीं , चोट लगती है हमें और दर्द भी होता है । हमारे भीतर भी भावनायें है जो आह बनकर निकलती हैं टीस...
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें