मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
IBlogger interview
(यहां ले जाएं ...)
Home
सबरंग क्षितिज :विधा संगम
Pankhudiya
IBlogger interview
मेरी प्रकाशित साझा पुस्तकें
▼
एहसास
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
एहसास
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
शुक्रवार, 30 मार्च 2018
तन्हाई....
›
ये सिंदूरी, सुरमई शाम का बहकता आँचल फलक से झरती ये अलमस्त चाँदनी रूह तक पहुँचता एहसास ये रूमानी नदिया की बहती ये नीरव रवानी हौ...
शनिवार, 24 मार्च 2018
बेवफा मोहब्बत
›
न मालूम था कि तुम भी निकलोगे उन जैसे ही .. खोल दी थी अपने दिल की किताब मैंने तुम्हारे सामने उसके हर सफहे पर लिखी हर बात को गौर से प...
रविवार, 23 अप्रैल 2017
अहसास
›
इल्म है मुझे कि तुम मेरे दुख का सबब भी न पूछोगे, सोचके कि कही तुम्हें आँसू न पोछने पड़ जाएं शायद अनजान बने रहना ही तुम्हें वाजिब लगता है...
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें