मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
IBlogger interview
(यहां ले जाएं ...)
Home
सबरंग क्षितिज :विधा संगम
Pankhudiya
IBlogger interview
मेरी प्रकाशित साझा पुस्तकें
▼
अकुलाहट
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
अकुलाहट
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
रविवार, 22 अक्तूबर 2017
मैं अकेली थी
›
जरूरत थी मुझे तुम्हारी पर..... पर तुम नहीं थे! मैं अकेली थी! तुम कहीं नहीं थे! केवल तुम्हारी आरजू थी! तुम्हारी जुस्तजू थी! जो मु...
शनिवार, 21 मई 2016
धुंध
›
किस ओर का रुख करूँ, जाऊँ किस ओर मंजिल बड़ी ही दूर जान पड़ती है। मन आज बड़ा ही विकल है, अकुलाहट का घेरा है हवा भी आज न जाने क्यूँ ,बेहद ...
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें