मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
IBlogger interview
(यहां ले जाएं ...)
Home
सबरंग क्षितिज :विधा संगम
Pankhudiya
IBlogger interview
मेरी प्रकाशित साझा पुस्तकें
▼
अंतरद्वंद्व
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
अंतरद्वंद्व
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
मंगलवार, 17 अप्रैल 2018
यक्ष प्रश्न
›
यक्ष प्रश्न जीवन की प्रत्यंचा पर चढा कर प्रश्न रुपी एक तीर छोड़ती हूँ प्रतिदिन , और बढ़ जाती हूँ एक कदम आगे की ओर सोचती हूँ कदाचि...
मंगलवार, 7 फ़रवरी 2017
कलयुग या झूठ युग?
›
भागती रही जिससे मैं हमेशा! जिससे हमेशा लड़ती रही! वही झूठ न जाने क्यूँ मुझे अपनी ओर खींच रहा है! क्यूँ अब मुझे वही सच लगने लगा है! क...
शनिवार, 21 मई 2016
धुंध
›
किस ओर का रुख करूँ, जाऊँ किस ओर मंजिल बड़ी ही दूर जान पड़ती है। मन आज बड़ा ही विकल है, अकुलाहट का घेरा है हवा भी आज न जाने क्यूँ ,बेहद ...
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें