मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
अवधपुरी हर्षित हुई, जन्में बालक राम ।
प्रमुदित सब नर नारियाँ,छवि देखी अभिराम।।
दो अक्षर का नाम है, रघुकुल नंदन राम
सुमिरन कर ले रे मना, प्रभु आएँगे काम।
दसकंधर को तार के, पहुँचाया निज धाम
शुभकारी श्री राम को, भज लो आठों याम
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