IBlogger interview

मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

दोहे:6



31:ईश्वर:
शुक्ति मध्ये मोती ज्यों, मन माही त्यों राम।
अपने हिय को शोध ले, वही ईश का धाम।।
♦️♦️♦️♦️

32:प्रकृति:
वन उपवन उजाड़ भए,नहीं पथिक को छाँह ।
बिगड़ी सूरत प्रकृति की ,  हमें कहाँ परवाह।।
♦️♦️♦️♦️

33:नैतिकता:
छल बल से कम्पित धरा,भरे मनुजता आह।
निज हित में अंधा मनुज,भूला नैतिक राह।।
♦️♦️♦️♦️

34:छल-कपट:
छल कपट अरु प्रवंचना,  हुई धरा पर व्याप्त ।
हे प्रभु फिर अवतार लो,इनको करो  समाप्त ।।
♦️♦️♦️♦️

35:समय:
गति समय की रुके नहीं, समय बड़ा बलवान।
सबक समय से सीख कुछ,ठहरा क्यों नादान।।
♦️♦️♦️♦️

36:परिवर्तन:
परिवर्तन शाश्वत नियम ,विधि का यही विधान ।
अड़े रहे जो लीक पर ,  वो विस्मृत अनजान ।।
♦️♦️♦️♦️

37:काल:
धीमी की गति काल ने,तू भी थम जा यार।
होड़ काल से क्यों करे,काल बल है अपार।।
♦️♦️♦️♦️

38:धर्म:
धर्म संस्कृति पोषण हित , रुके समय की चाल।
धर्म विरोधी जो बना,     गया काल के गाल।।
♦️♦️♦️♦️

39: संगीत
अनुरागी हिय भाव ही , रचते जीवन गीत।
तज दें कलुषित भाव तो, बज उठता संगीत।।
♦️♦️♦️♦️

40:कर्म
 पश्चाताप न हो कभी, कर ले ऐसे कर्म।
आज किया कल भोगना, जीवन का है मर्म।
♦️♦️♦️♦️

41: वीर 
एक *मनोरथ* है यही, देश रहे खुशहाल।
 बच्चा बच्चा वीर हो, बने देश की ढाल।।
♦️♦️♦️♦️

42: लगन 
कार्य करें जो लगन से , सुगम बने तब राह।
बनें विशारद बुद्धि से , मन में रखें न डाह।।

**************************




4 टिप्‍पणियां:

पाठक की टिप्पणियाँ किसी भी रचनाकार के लिए पोषक तत्व के समान होती हैं ।अतः आपसे अनुरोध है कि अपनी बहुमूल्य टिप्पणियों द्वारा मेरा मार्गदर्शन करें।☝️👇