मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति
मेरी कविताओं ,कहानियों और भावों का संसार.
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गुरुवार, 30 अगस्त 2018
कहना तो था पर..
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कहना तो था पर कभी कह न पाई!!! सोचकर ये कि, पड़ोसी क्या कहेंगे... समाज क्या कहेगा.... दुनिया क्या कहेगी.... मैं कुछ कह न पाई!!!! ...
शनिवार, 4 अगस्त 2018
अन्तरद्वन्द्व
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अंतरद्वन्द्व मेरी पेशानी , लंबी लकीरों से सजाते, वक्त से पहले ही, जो मुझे बूढ़ा बनाते, मेरे भीतर , ईर्ष्या - द्वेष जगाते, मुझे अक...
सोमवार, 28 मई 2018
Quote - लम्हें जिन्दगी के
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माँ भारती
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1:गरिमा गान माँ भारती महान हमारी शान 2:खूबसूरत जननी जन्म भूमि तेरी मूरत 3:सारे जहाँ में सदा झंडा लहरे तेरी शान ...
शनिवार, 19 मई 2018
संभल जाओ..
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वत्स,आज तुम फिर आ गए मेरे पास विनाश की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने. अपने ही हाथों से अपना सर्व नाश कराने. कब समझोगे मेरे ही अस्तित्व में ...
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