tag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post8422648736462774006..comments2024-02-01T14:00:34.721+05:30Comments on मेरी जुबानी : मेरी आत्माभिव्यक्ति : धुंँधले अल्फाज़.. ~Sudha Singh vyaghr~http://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-73527835160591766222019-04-06T18:59:58.726+05:302019-04-06T18:59:58.726+05:30बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय 🙏 🙏 देर से प्रतिक्रिया...बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय 🙏 🙏 देर से प्रतिक्रिया देने के लिए क्षमा करें. 🙏 🙏 ~Sudha Singh vyaghr~https://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-50296166088361474672019-02-22T14:31:48.350+05:302019-02-22T14:31:48.350+05:30अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर....आपकी रचनाएं पढकर ...अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर....आपकी रचनाएं पढकर और आपकी भवनाओं से जुडकर....<br />संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-16044142866984339372019-02-22T14:31:36.367+05:302019-02-22T14:31:36.367+05:30कितनी ही मिन्नतें की थी
उस डाकिये से।
पर संगदिल वह...कितनी ही मिन्नतें की थी<br />उस डाकिये से।<br />पर संगदिल वह<br />अड़ा रहा अपनी जिद पर... मार्मिक अभिव्यक्ति संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-52450911452856529682019-02-11T17:30:38.304+05:302019-02-11T17:30:38.304+05:30बहुत बहुत शुक्रिया जी. हृदयतल से स्वागत है आपका मे...बहुत बहुत शुक्रिया जी. हृदयतल से स्वागत है आपका मेरे ब्लॉग. स्नेह बनाये रखें. ~Sudha Singh vyaghr~https://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-37185105252295776132019-02-11T13:58:03.148+05:302019-02-11T13:58:03.148+05:30वाह अंतर मन का उद्वेग जैसे फूट पड़ ना चाहता हो।
जी...वाह अंतर मन का उद्वेग जैसे फूट पड़ ना चाहता हो।<br />जीवंत रचना मन के उद्दगार। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-65622884380278105992019-02-10T17:40:46.685+05:302019-02-10T17:40:46.685+05:30प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया सखी. सादर 🙏 🙏 प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया सखी. सादर 🙏 🙏 ~Sudha Singh vyaghr~https://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-28816990646268172722019-02-09T22:45:42.146+05:302019-02-09T22:45:42.146+05:30अनीता जी सादर आभार सखी. 🙏 🙏 अनीता जी सादर आभार सखी. 🙏 🙏 ~Sudha Singh vyaghr~https://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-15948334629939038072019-02-09T22:33:20.148+05:302019-02-09T22:33:20.148+05:30बीत गया एक अरसा
पढ़ने और समझने में।
झर गए सारे पंख...बीत गया एक अरसा<br />पढ़ने और समझने में।<br />झर गए सारे पंख।<br />पर कुछ मजमून अभी<br />भी समझ नहीं आये।...बहुत सुन्दर सखी <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-43241807271513655472019-02-09T22:31:51.828+05:302019-02-09T22:31:51.828+05:30इतनी सुंदर प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत शुक्रिया R...इतनी सुंदर प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत शुक्रिया Raravi जी. स्वागत है आपका 🙏 मेरे ब्लाग पर ~Sudha Singh vyaghr~https://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-37398555796161865052019-02-09T22:26:50.844+05:302019-02-09T22:26:50.844+05:30प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया नीतीश जी. 🙏 🙏 🙏 साद...प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया नीतीश जी. 🙏 🙏 🙏 सादर ~Sudha Singh vyaghr~https://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-27937933680613077082019-02-09T10:55:18.376+05:302019-02-09T10:55:18.376+05:30सुंदर भावपूर्ण रचना, तत्सम और विदेशज शब्दों का सुं...सुंदर भावपूर्ण रचना, तत्सम और विदेशज शब्दों का सुंदर तालमेल। कविता आपके मन से जुड़ती भी है और कुछ हद तक.छुपी भी रहती है ,.यह इसका सौंदर्य है।Raravihttps://www.blogger.com/profile/06067833078018520969noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-91323846051518245842019-02-08T17:43:57.889+05:302019-02-08T17:43:57.889+05:30बहुत बढ़िया कविता लिखी है आपने। बधाई।
मेरे ब्लॉग पर...बहुत बढ़िया कविता लिखी है आपने। बधाई।<br />मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।<br />iwillrocknow.comNitish Tiwaryhttps://www.blogger.com/profile/06484230743667707116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-40400240085527623022019-02-08T14:06:01.098+05:302019-02-08T14:06:01.098+05:30पुकार रही थी मैं
सभी अपनों को।
पर सब के हाथ पैर
जक...पुकार रही थी मैं<br />सभी अपनों को।<br />पर सब के हाथ पैर<br />जकड़ दिए थे जंजीरों से।<br />और मुँह पर ताला भी<br />जड़ दिया था उस सैय्याद ने<br />कि कोई और न पढ़ सके।<br />कितनी ही मिन्नतें की थी<br />उस डाकिये से।<br />पर संगदिल वह<br />अड़ा रहा अपनी जिद पर।... बेहद मार्मिक अभिव्यक्ति सुधा जीAlaknanda Singhhttps://www.blogger.com/profile/15279923300617808324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-41997686567061650592019-02-07T22:41:32.454+05:302019-02-07T22:41:32.454+05:30आदरणीय मेरी रचना को ब्लॉग बुलेटिन में शामिल करने क...आदरणीय मेरी रचना को ब्लॉग बुलेटिन में शामिल करने के लिए आपका बहुत बहुत आभार 🙏 🙏 🙏 सादर नमन ~Sudha Singh vyaghr~https://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-90271406590266754652019-02-07T22:39:56.301+05:302019-02-07T22:39:56.301+05:30बहुत बहुत शुक्रिया आँचल जी. स्वागत है आपका 🙏🙏बहुत बहुत शुक्रिया आँचल जी. स्वागत है आपका 🙏🙏~Sudha Singh vyaghr~https://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-73083622542030226742019-02-07T12:03:25.957+05:302019-02-07T12:03:25.957+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (0...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (08-02-2019) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "यादों का झरोखा" (चर्चा अंक-3241) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7865109254938979960.post-73608826301814208482019-02-07T10:22:51.395+05:302019-02-07T10:22:51.395+05:30वाह आदरणीया बहुत सुंदर.....उम्दा वाह आदरणीया बहुत सुंदर.....उम्दा Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.com