मंगलवार, 5 दिसंबर 2017

शशि तुम चले गए

शशि तुम चले गए,
अपना आखिरी किरदार निभाने!
इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में
अपना नाम लिखवाकर,
तुम चले गए
ईश्वर की एक नई  फ़िल्म करने!

हमें हँसाया था , रुलाया था ,
भावाविभोर किया था तुमने!
माँ की कीमत क्या होती है
बहुतों को सिखाया था तुमने!

अपनी अभिनय कला का,
लोहा सबसे मनवाया था तुमने !
पद्‍म भूषण, फाल्के
अपने नाम करवाया था तुमने !

राज कपूर की 'टैक्सी' थे तुम!
कोई छोटा मोटा तारा नहीं,
बल्कि पूरी 'गैलेक्सी'  थे तुम!

बॉलीवुड और  हॉलीवुड
सब जगह  छाए थे तुम!
जवां दिलों की धड़कन बन
हसीनाओं के दिल में समाए थे तुम!


चमके थे कभी तुम 'चाँंद' बनकर
दुनिया के आकाश में!
चले गए  हो अब तुम
उस निराकार के प्रकाश में!

तुम जैसे 'बलबीर' को
दुनिया भुला न पाएगी!
बजेंगे गीत जब भी
तुम्हारी फिल्मों के
आँखे कइयों की छलक जाएंगी!

 जाते ही तुम्हारे हुआ
 एक अध्याय का अंत!
 श्रद्धांजलि, आदराँजलि
अर्पित तुम्हें कोटि अनंत.!

Pic credit :Google 

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